पुर्सिया के दो दोस्तों की एक साथ हुई दर्दनाक मौत !
दोनों दोस्तों के घर में मचा हुआ कोहराम!
दोनों माँओं का रो -रो कर हैं बुरा हाल!
बीती रात्रि मनौरी ओवर ब्रिज पर बस से कुचलकर दोनों की हुई थी दर्दनाक मौत!
बस्ती-वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के बस्ती बांसी मार्ग के मनौरी ओवर ब्रिज पर बीते बुद्धवार की रात्रि साढ़े नौ बजे नेपाल भारत मैत्री बस सेवा की बस से कुचलकर दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। बस के नीचे दोनों दोस्तों का शव व बाइक पड़ा था। सूचना पर पहुँचें थानाध्यक्ष मोती चन्द मय फोर्स द्वारा दोनों शवों एवं बाइक को फंसे बस के अंदर से बाहर निकलवाया गया। थानाध्यक्ष द्वारा दोनों शव के पहचान करवाने में नाको चने चबाने पड़े।अन्ततः देर रात्रि दोनों के शव की पहचान करवाने में सफल रहें। इधर मौत की खबर गॉव में पहुँचते ही गॉव घर में कोहराम मच गया। सुबह पुलिस ने शव का पंचनामा करवाकर पीएम के लिए भेंज दिया गया हैं।
थाना क्षेत्र के पुर्सिया गॉव निवासी लवकुश कन्नौजिया पुत्र प्रभुनाथ 35 वर्ष जो बुद्घवार के दोपहर वाद तीन बजे मुम्बई से घर आया था। आने के वाद नहाया और गॉव के दानबीर बाबा के स्थान पर जाकर धूप अगरबत्ती सुलगा कर गॉव के ही अपने दोस्त हरिदर्शन पुत्र स्व रामरूप को अपनी बाइक पर विठाकर बस्ती अस्पताल चला गया। जहाँ पर बहन के देवरान के बच्चे का हाथ टूट गया था और अस्पताल में भर्ती था, को देंखकर रात्रि में घर लौट रहा था। अभी दोनों दोस्त रात्रि के साढ़े नौ बजे मनौरी ओवर ब्रिज पर पहुँचे ही थे, कि नेपाल के पोखरा से दिल्ली जा रहीं नेपाल भारत मैत्री बस सेवा की चपेट में आ गये। जिससे कि दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। लवकुश की मॉ श्रीमती ने बताया कि आज ही मेरा बेटा मुम्बई से घर आया था और छः घंटे बाद ही मौत के गाल में समां गया। इसके पत्नी प्रियंका की मौत दो वर्ष पहले ही हो गई हैं। इसका बड़ा बेटा मंगेश 10 वर्ष व छोटा बेटा परजीत 3 वर्ष को मॉ-बॉप दोनों का सुख,प्यार नहीं मिल पाया कह कर फफक-फफक कर रोने लगी। कहीं कि लवकुश बड़ा बेटा था जिसके ऊपर घर की पुरी जिम्मेंदारी थी। छोटा बेटा दुर्गेश भी घर पर नहीं हैं। रोते हुए लवकुश की मॉ ने कहा कि बड़ी बेटी मंजू, अनुराधा की शादी हो गई। साधना विमार हैं जो मुम्बई हैं तथा सबसे छोटी बेटी बीना मेरे साथ रहती है। कहीं कि अब दोनों बच्चों की परवरिश, पढ़ाई लिखाई व दोनों बेटियों की शादी कैसे होगी कहकर दहाड़े मारकर रोने लगी। बेटे के मौत के सदमें में पिता व मॉ बेहोश हो जा रहें हैं। मॉ ने कहा कि लवकुश घर में आधा किलो मीट रखकर अस्पताल कह कर चला गया था, कि आने के साथ बैठकर खाया जाएगा। पर बेटा तो नहीं आया पर, मौत की सूचना अवश्य मिल गई, कह कर दहाड़े मारकर रोती रहीं।
इधर लवकुश के दोस्त हरिदर्शन की बुजुर्ग मॉ चम्पा देवी
ने कहा कि चार वर्ष पहले हरिदर्शन की पत्नी कही छोड़ चली गई। तब से बेटा मेरे ही साथ रहता था। मृतक हरिदर्शन का छोटा भाई प्रवेश ने बताया कि हम पॉच भाईयो में हरिदर्शन चौथे नंबर के थे। बड़े भाई राजेश , हरिदर्शन व हम साथ ही रहते थे। दूसरे नंबर के भाई फुलचन्द की मौत पहले ही हो गई हैं। तीसरे नंबर का भाई विनोद मुम्बई में हैं। मृतक भाई हरिदर्शन गॉव में रहकर ट्रेक्टर आदि चलाकर मॉ व परिवार का भरण पोषण करते थे, कह कर रोने लगा। कहा कि पिता की मौत पहले ही हो गई थी। भाई की मौत से पुरा परिवार सदमें में आ गया हैं। मॉ रोते रोते बेहोश हो जा रहीं है। पड़ोसी लवकुश को मुम्बई से घर बुलाकर मेरे भाई हरिदर्शन के साथ मौत ने निगल गई कह कर थाने पर रोने लगा।
थानाध्यक्ष मोतीचन्द ने बताया कि मृतक लवकुश के पिता प्रभुनाथ व मृतक हरिदर्शन के भाई राजेश की तहरीर पर रात्रि में ही मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया हैं।