दोपहर बाद मझौंआमीर के बाजार में शुरू हो जाती हैं रोजेदारों की चहल पहल
*बस्ती*
माहे रमजान शुरू होते ही क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में दोपहर तक सन्नाटा छाया रहता हैं। दोपहर बाद चौराहों के सभी दुकानों पर रोजेदारों की अच्छी खांसी भीड़ इकठठा होने लगती हैं। जहॉ से रोजेदार इफ्तार के सामानों व फलों की खरीददारी करते हैं। पर, इस बार खादय एवं फलों दामों में काफी वृद्धि से रोजेदार परेशान हैं। मंहगाई की मार से रोजेदार अपने मनपसन्द सामानों की ठीक से खरीददारी नहीं कर पाते हैं। मझौआमीर व जमदाशाही एक ऐसा वाजार हैं जहॉ दूर दराज के लोग पहुँच कर सेब, अंगूर, अनार, खरबूज, तरबूज, केला, चिकू, संतरा, चीनी, मैदा, सूजी, सेवई, खजुर, पाव आदि सामानों की खरीददारी करते है।
ग्राप्र फैय्याज अहमद, पूर्व ग्राप्र मुख्तार अहमद, चुन्ना, खलील अहमद, मुहम्मद मुकीम, ग्राप्र मरगूब अहमद खान, तनवीर बाबा, मुशाहिद रजा ने बताया कि मझौंआमीर व जमदाशाही वाजार में रोजेदारों को एक साथ सभी सामान मिल जाते हैं। कहा कि फलों के दामों में काफी बढ़ोत्तरी हो जाने से थोड़ी परेशानी होने के साथ ही खरीददारी में हिचकिचाहट होती हैं। कहा कि पर्याप्त सामान व फल एक साथ नहीं लें मिलते हैं। जबकि शाम को इफ्तार करना है तो सामान व फल लेना भी आवश्यक हैं। कहा कि इस बाजार में चौराहें पर लगभग 8-10 किमी दूर दराज तक के लोग सामान व फल खरीदने आते हैं। यहॉ पर देर शाम तक रोजेदारों की काफी भीड़ लगी रहती हैं। कारण कि रोजेदार यहाँ के आधा दर्जन मस्जिदों में पहुँच कर ऩमाज आदि पढ़कर वापस बाजार में पहुंच जाते हैं।