अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध किया प्रदर्शन , डीएम को सौंपा ज्ञापन
-अधिवक्ताओं की मांग 7 अगस्त के निर्णय पर पुर्नविचार करें हाईकोर्ट
संत कबीर नगर । हाईकोर्ट के सात अगस्त के निर्णय से क्षुब्ध जिले के अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध जोरदार प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारी अधिवक्ता हाईकोर्ट से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे थे । दीवानी कचहरी से नारेबाजी करते अधिवक्ता कलेक्ट्रेट पंहुचे और मुख्यमंत्री को सम्बोधित 6 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर को सौंपा ।
बुधवार को कचहरी पंहुचने पर अधिवक्ताओं ने बीते 22 सितम्बर को प्रयागराज में आयोजित अधिवक्ता मौलिक अधिकार संरक्षण अधिवेशन में लिए गए निर्णय का सर्वसम्मति से समर्थन किया । हाईकोर्ट के निर्णय से क्षुब्ध अधिवक्ताओं ने निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए बांह पर काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया । इसके पश्चात अधिवक्ता प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए अधिवक्ता चैम्बर से स्टेडियम गेट , विकास भवन , पुलिस अधीक्षक कार्यालय , महिला थाना होते कलेक्ट्रेट पंहुचे । अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर भी जमकर नारेबाजी किया । मुख्य मंत्री को सम्बोधित छः सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर को सौंपा । मांग पत्र में अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट द्वारा अवमानना याचिका में 7 अगस्त को पारित आदेश पर पुनर्विचार करने , अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने , अधिवक्ताओं के चैम्बर निर्माण , स्वास्थ्य बीमा , अधिवक्ताओं का आयुष्मान कार्ड बनाने , नए अधिवक्ताओं को पांच हजार रुपए प्रतिमाह सहायता राशि दिए और 70 वर्ष के अधिवक्ताओं को पेंशन दिए जाने की मांग शामिल है । सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार मिश्र व महामंत्री राकेश जी मिश्र तथा जनपद बार एसोसिएशन के महामंत्री सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि हाईकोर्ट ने सात अगस्त के निर्णय में अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने व किसी अधिवक्ता के मृत्यु पर दिन भर के शोक प्रस्ताव को आपराधिक अवमानना करार दिया है । यह अधिवक्ताओं की मौलिक स्वतंत्रता के हनन की श्रेणी में आता है । इसी क्रम में कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन ने भी विरोध स्वरूप ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा । इस दौरान कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रविन्द्र नाथ पांडेय , पूर्व अध्यक्ष ईश्वर प्रसाद पाठक , पूर्व अध्यक्ष महीप बहादुर पाल , तुफैल अहमद , बिस्मिल्लाह खां , अजय कुमार सिंह चन्द्रकला चौधरी समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे ।