*_उपायुक्त राज्यकर ने छविगृह स्वामियों के साथ की बैठक_*
*_ब्यूरो दिलशाद अहमद बहराइच_*
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बहराइच 11 नवम्बर। उपायुक्त प्रशासन राज्यकर बहराइच चन्द्रकेश गौतम ने बताया कि बहराइच के एकल छविगृह/मल्टीप्लेक्स छविगृह स्वामियों के साथ कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान उन्हें प्रदेश सरकार द्धारा लागू की गई समेकित प्रोत्साहन योजना-2024 के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। छविगृह स्वामियों को बताया गया कि प्रदेश में बन्द सिनेमाघरों को पुनः संचालित कराने, संचालित सिनेमाघरों का पुनर्निर्माण/रिमॉडल करवाने, मल्टीप्लेक्स विहीन जनपदों में यथाशीघ्र मल्टीप्लेक्स खुलवाने तथा अन्य जनपदों में मल्टीप्लेक्स निर्माण को प्रोत्साहित करने, एकल स्क्रीन सिनेमाघरों के निर्माण को प्रोत्साहित करने एवं संचालित सिनेमाघरों के उच्चीकरण हेतु समेकित प्रोत्साहन योजना-2024 लागू की गई है।
सहायक आयुक्त अजय कुमार वर्मा द्वारा छविगृह स्वामियों को समेकित प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित करने पर चित्रशाला सिनेमा स्वामी यशवेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि वह इस प्रोत्साहन योजना अन्तर्गत अपने बन्द पड़े चित्रशाला थियेटर को तोड़कर उसके स्थान पर कामर्शियल कॉम्पलेक्स के साथ दो स्क्रीन मल्टीप्लेक्स का निर्माण करने के इच्छुक हैं। इसके लिए उनके द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया जायेगा। बैठक में मौजूद सभी छविगृह स्वामियों एवं उनके प्रतिनिधियों का उपायुक्त (प्रशासन), राज्य कर, बहराइच द्धारा आभार व्यक्त करते हुए मीटिंग समाप्त की गई।
अधिक उत्पादन के लिए नैनो डीएपी, एनपीके एवं जिंकेटेड सुपर फास्फेट का करें प्रयोगः जिला कृषि अधिकारी
बहराइच 11 नवम्बर। रबी सीजन गेहूं, चना मटर मसूर, आलू व अन्य फसलों की बुआई के लिए सभी कृषक भाई नैनों डीएपी, एनपीके 20ः20ः0ः13 ए0पी0के0 12ः32ः16 एवं जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्फेट एवं बोरोनेटेड सिंगल सुपर फास्फेट प्रयोग करें जो फसलों के लिए लाभकारी हैं। जनपद में इस समय 11684 मै.टन सिंगल सुपर फास्फेट 3861 मै.टन एनपीके एवं 2852 मै.टन डीएपी एवं 47644 बोतल नैनो डी0ए0पी 45768 बोतल नैनो यूरिया उपलब्ध है। जनपद की 18 साधन सहकारी समितियों पर डीएपी भेजी जा रही है। जिससे जनपद में पर्याप्त मात्रा में फास्फेटिक उर्वरक की पूर्ति हो जायेगी, जनपद की सभी सहकारी समिति पर नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा चुका है। किसान भाई सहकारी समितियों से नैनो डीएपी ही खरीद कर फसलों में प्रयोग करें। क्योकि नैनो डीएपी का प्रयोग बुआई के समय अधिक उपयोगी होता है।
उन्होनें बताया कि गेंहू के बीज को नैनो डी.ए.पी. से उपचारित करने पर फास्फेट पौधों के जडों पर प्राप्त होता है जिससे पौधों की गुणवत्ता एवं उत्पादन वृद्धि में सहायक होती है। नैनो डी.ए.पी. बोरी वाली (दानेदार) डी.ए.पी. से सस्ता भी पड़ता है जिसकी कीमत रु. 600.00 (छः सौ मात्र) है। किसान भाइयों को यह भी सलाह दी जाती है कि रबी फसलों में वैज्ञानिक संस्तुति एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग करे। अधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करने से मृदा उर्वरता में गिरावट हो जाती है जिससे उत्पादन भी प्रभावित हो जाता है। इसलिए किसान भाई अपनी जोत के आधार पर ही उर्वरक लें, और डी.ए.पी. व एन.पी.के. आवश्यकता से अधिक भण्डारण न करें। निजी उर्वरक विक्रेता के पास जिंकेटेड एस.एस.पी. एवं बोरोनाइटेड एस.एस.पी. पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जिसमें फास्फोरस, सल्फर, जिंक व बोरान पाया जाता है जबकि डी.ए.पी. में केवल नाइट्रोजन एवं फास्फेट ही पाया जाता है इसलिए जिंकेटेड एसएसपी एवं बोरोनेटेड एसएसपी फसलों के लिए अधिक लाभकारी होता है।