शिव मंदिरों में घंटे घड़ियाल की थाप के बीच श्रद्धालु जन जलाभिषेक करते रहे।
शिव अनादि और शिव ही सत्य है।
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव

रिसिया,शिव आदि और अंत है।शिव ही अनादि और सत्य है।शिव ही औघड़ दानी है। शिव शब्द ही सात्विक है।जो गूढ़ रहस्य है ऐसे विचार संतो के है।
रिसिया कस्बे के शिव मंदिरों और शिवालयों में भोर पहर से घंटे और घड़ियाल की थाप सुनाई देने लगी थी,हर हर महादेव के जयकारों से श्रद्धालु जन जला भिषेक कर रहे थे, सुबह साढ़े नौ बजे कांवरिया संघ की अगुवाई में शिव भक्तों की टोलिया जुलूस के रूप में शिव बारात लेकर गायत्री नगर के शिव मंदिर में जलाभिषेक कर झंझटी कुआं शिवालय, चरसिया बाबा की कुटी,मनकामेश्वर महादेव मंदिर,संतोषी माता मंदिर,रविदास नगर ,देवी पूरा के पार्वती माता मंदिर,इंदिरा नगर के शिवालय, हठी आश्रम,हनुमान मंदिर,ऋषिभूमि के शिवालय,बड़े हनुमान मंदिर के साथ पंचवटी आश्रम के शिव मंदिर पर जला भिषेक किया गया, जुलूस के साथ अजय यादव तहसील दार पयागपुर, सुरेंद्र प्रसाद नायब तहसीलदार सदर, प्रविंद्र प्रताप गिरी नायब तहसीलदार सदर भी कैंप कर रहे थे।शिव जुलूस के साथ पुलिस बल और दंगा नियंत्रक बल के साथ प्रभारी निरीक्षक राजनाथ सिंह मुस्तैद होकर शांति व्यवस्था बनाते हुए चल रहे थे।
शाम को भव्य श्रृंगार
शाम को सभी मंदिरों में शिव जी का भव्य श्रृंगार किया जा रहा है। विशेष पूजन, आरती, भजन और कीर्तन किए जा रहे है। चार पहर की पूजा का महत्व है। शिव बारात का संयोजन आकाश श्रीवास्तव अध्यक्ष कांवरिया संघ की ओर से किया गया था।
इस अवसर पर चेयर मैन पति रामू लाल, अजितंजय भारतीय, डॉ राजू निगम, प्रवीण श्रीवास्तव, सत्यम श्रीवास्तव, शशांक सिन्हा, कमलेश आर्य,श्रवण मित्तल,जय प्रकाश अग्रहरि , सहित मौजूद रहे।।।
रवि शंकर महराज,पीठाधीश्वर,पंचवटी श्री सीता राम आश्रम ने शिव को आदि और अंत बताते हुए उनकी पूजा के बारे बताया कि पूजा चार पहर होनी चाहिए,और शिव रात्रि ही विशेष रात्रि है इस दौरान की गई पूजा विशेष फलदाई रहेगी।

