ज्ञान-वैराग्य व भक्ति के वगैर जीवन सुख नहीं हो सकता- सुंदर श्याम शास्त्री
गोरखपुर – घघसरा-ज्ञान-भक्ति-वैराग्य के बगैर जीवन सुखी नहीं हो सकता। जिस घर में तीनों गुण होते हैं, अंततः वही परिवार सुखी होता है। उक्त बातें अयोध्या धाम से पधारे पंडित सुंदर श्याम शास्त्री ने कही। वह नगर पंचायत घघसरा के वार्ड संख्या 8 अटल नगर में श्री सीताराम संस्कार महायज्ञ के तीसरे दिन व्यास पीठ से लोगों को कथा रसपान करा रहे थे। उन्होंने कथा विस्तार करते हुए- कहा कि यह तीनों दैवीय गुण हैं, जो भगवान् की कृपा से मिलते हैं ।
शास्त्री ने कहा कि- ज्ञान प्राप्ति के लिए लोग रात-दिन मेहनत करने पर कोई विरला ज्ञान प्राप्त कर पाता है। ऐसे प्राप्त हुए ज्ञान में एक बड़ा बहुत बड़ा खतरा बना रहता है कि उस व्यक्ति में अहंकार जन्म लेने की संभावना बन जाती है, व्यक्ति के पतन का कारण बनती है।
भक्ति के साथ प्राप्त हुआ ज्ञान सदा जन कल्याण में लगता है और अंत में उस व्यक्ति का खुद ही भगवान् भला कर देते हैं।
उक्त अवसर पर मुख्य यजमान विजय नाथ पांडेय, हनुमान बाबा, कमलेश त्रिपाठी, संजय त्रिपाठी, सीपू पांडेय, नीतीश राज, दिलीप यादव, सनी, भोला, सर्वेश, पवन, रामाज्ञा राज, सत्यम मिश्रा, सूर्य लाल त्रिपाठी, जयप्रकाश पांडेय समेत भारी संख्या में लोग मौजूद थे