एन.डी.आर.एफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और जिला आपदा प्राधिकरण ने किया संयुक्त मॉक ड्रिल का अभ्यास।
ब्युरो रिपोर्ट – कैलाश पति मौर्य
संत कबीर नगर आज दिनांक 10 मार्च 2025 को भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास एन.डी.आर.एफ. और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। एनडीआर एफ के उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के मार्ग दर्शन में एनडीआरएफ समन्वयक व मुख्य एजेंसी के तौर पर रही इस कार्यशाला में तमाम विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस मेगा मॉक ड्रिल अभ्यास का संपूर्ण नेतृत्व एनडीआरएफ के निरीक्षक सुधीर कुमार द्वारा संचालित किया गया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदाओं के दौरान राहत व बचाव कार्य की तैयारी जांचना एवं विभिन्न एजेंसियों के मध्य समन्वय स्थापित करना था।
हीरालाल रामनिवास स्नाकोत्तर महाविद्यालय संतकबीर नगर में
सुबह 12,50 बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। 01 बजकर 10 मिनट पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी। छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही, प्रशिक्षित हैं कि भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए इसलिए छात्र घबराए नहीं बल्कि सावधानी से डेस्क के नीचे सर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड काउंट किया गया यह ड्रिल करीब 45 मिनट तक चलता रहा।
तत्पश्चात इसकी सूचना एनडीआरएफ टीम को दी गई जो कि मौके पर निरीक्षक सुधीर कुमार की टीम घटना स्थल पर पहुंची और तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया गया ।
इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल था । परंतु एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचाव कर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला l एनडीआरएफ की टीम का यह कार्य देखते ही बन रहा था लोगों ने इसकी बहुत प्रशंसा की l इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं। एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचावकर्ता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए, दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंचे, उनको फर्स्ट एड दिया और सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना किया।
धन्यवाद ज्ञापित सामना करने में तरह बच्चों को अपनी व दूसरों की जान बचाया जा सके। कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी श्री जयप्रकाश, उप जिला अधिकारी शैलेश दुबे, जनार्दन ( तहसीलदार) बृजेश कुमार त्रिपाठी ( प्रिंसिपल) एवं आपदा प्रबंधन से आपदा विशेषज्ञ कृष्णा गुप्ता एवं अग्निशमन विभाग , मेडिकल विभाग भी मौजूद रहे
एनडीआरएफ के , निरीक्षक सुधीर कुमार, निरीक्षक दीपक मंडल एवं एनडीआरएफ के अन्य रेस्क्यूअर,तथा स्काउट गाइड की टीम ,आपदा मित्र भी उपस्थित रहे।