मगहर में एक दिवसीय जलसा सम्पन्न तीन हाफिज ए कुरआन की हुई दस्तारबंदी
संतकबीर नगर – मगहर
मगहर कस्बे के शेरपुर में एक दिवसीय जलसा ए दस्तारबंदी कार्यक्रम मंगलवार को सम्पन्न हुआ। इस दौरान मदरसा के तीन हाफिज ए कुरआन की दस्तारबंदी हुई। जिसमें आये उलेमाओं ने तफ्सील से कुरआन पाक की अजमत को बयां कर इसकी महत्ता पर रोशनी डाली। जलसे की अध्यक्षता मौलाना डा. अब्दुल्ला व निजामत हाफिज मो. अकरम ने किया।
रिवायत के अनुसार जलसे का आगाज तिलावते कुरआन पाक से हुई। मशहुर नातिया शायर कारी शराफत हुसैन ने ‘उनकी कब्रे नूर से भर जाती है जो दिल में कुरआन बसाये रखते है’ को अपनी दिलकश आवाज में सुना कर लोगों के ईमान को ताजा कर दिया। इस दौरान ‘कुरआन को दुश्मन भी क्या खाक मिटायेंगे, मुकद्दस कुरआन को हम सीना बसीना रखते है’ को सुना कर लोगों को बेदार कर खूब वाहवाही लुटी। अल्हाज इनाम अहमद कासमी व मौलाना मो. यासिर फारूकी ने कुरआन की अजमत व निसबत पर विधिवत रोशनी डालते हुए कहा कि कुरआन अल्लाह का कलाम है। जिसका आज मजाक उड़ाया जा रहा है। इसके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इससे बचने की अपील करते हुए करते हुए कि यह इज्जत शोहरत व बुलंदी देती है। कुरआन से बड़ी कोई दौलत नही है। इसका एहतमाम करें। इस दौरान मदरसा के हाफिज रेहान, हाफिज मो. अहमद व हाफिज मो. असआद की दस्तारबंदी हुई। कार्यक्रम के दौरान मुफ्ती मतीउर्रहमान, मुफ्ती महमूद आलम, मौ. शादाब आजमी, कारी हसनैन, मो. अकमल आदि मौजूद रहे।