भब्य जलसे के बीच 43 छात्राओं की हुई दस्तार-ए-बंदी
उम्में सलमा अलीमी ने इल्म व पर्दे पर दिया विशेष जोर
बस्ती-विकास क्षेत्र साऊंघाट की ग्राम पंचायत जमदाशाही में बुद्घवार को दिन में भव्य महिला जलसे का आयोजन किया गया। जिसमें दारूल उलूम अलिमिया निस्वाँ मदरसें की 43 छात्राओं को वार्षिक दीक्षान्त समारोह में रिदा-ए-फजीलत की डिग्रिया प्रदान की गई। सभी 43 छात्राओं को शाल, बुर्का, बुके आदि देकर सम्मानित क़िया गया हैं। देश-प्रदेश की जानी मानी उलमा-ए-कराम मुम्बई की मोअल्लिम उन्में सलमा अलीमी, रौनाही फैजाबाद की सैय्यदा अंजुम साहिबा व मोअल्लिम सगुफ्ता खातून अलीमी के हाथो इन 43 छात्राओं को रिदा-ए-फजीलत की डिग्रिया प्रदान की गई हैं।
मुख्य अतिथि उम्में सलमा ने अपने तकरीर के माध्यम से मदरसा दारूल उलूम अलिमिया निस्वॉ की प्रशंसा करते हुए कहीं कि ये मदरसा अपनी पुरी ताकत से समाज की बच्चियों को शिक्षा की चॉसनी में डुबोने का काम कर रहा हैं। जलसे में मौजूद हजारों महिलाओं से पुरजॊर आहवाहन किया कि एक समय भोजन मत करें, एक ड्रेस में काम चलावें पर अपनी बच्चियों को शिक्षा जरूर दिलावें। कहीं कि शिक्षा एक ऐसी ताकत हैं जो मॉ के दूध से भी काफी शक्तिशाली हैं। कहीं कि ये महिलाएं जो गोंद में अपने बच्चों को लिए बैठी हैं, को कसम हैं कि इन बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
विशिष्ठ अतिथि सैय्यदा अंजुम साहिबा ने कहा कि इस्लाम में पर्दे की बड़ी अहमियत हैं। औरतों को पर्दे का महत्व समझते हुए पर्दे के साथ जिंदगी गुजारना दुनिया व आखिरत में कामयाबी का जरिया हैं। अल्लाह व उसके रसूल की रजा को हासिल करने का जरिया हैं। पर्दे के कई लाभों के बारें में भी विस्तार से बतलाकर सचेत किया हैं। कहीं कि यहाँ से निकलने वाली छात्राएं अपनी इल्म व आला हजरत के चिराग का बेहतर प्रदर्शन कहीं भी जाकर कर सकती हैं। ,,इल्म इल्में मदीना,, हैं। मोअल्लिम सगुफ्ता खातून अलीमी ने कहा कि जब तक वालदेन के साथ हैं, उनके इल्म व नसीहत को सिर ऑखों पर चूमें और जब आपका निकाह हो जाय तो अपने सौहर, सास, ससुर व परिवार के प्रति वफादार रहें। शायरा उम्में हबीबा जमदाशाही, तुबा रहमान अलीमी व नगमा खातून पुरैना ने अपने शायराना अंदाज में जागरूक किया गया। ,, मरकजे इल्मों फन, इल्म की अंजुमन। ऐ अलीमी, ऐ अलीमी चमन।। जैसी बेहतरीन नात पढ़कर वाहवाही लूटी गई।
अंत में जलसा-ए-दस्तार बंदी की अध्यक्षता कर रही दारूल उलूम अलिमिया निश्वां की शिक्षिका अराकीन ने सफल आयोजन सम्पन्न कराने के लिए मदरसे के प्रबंधक मुशाहिद रजा, प्रधानाचार्य मौलाना फारूक अहमद निजामी, तनवीर बाबा द्वारा अतिथियों के प्रति बेहतर सहयोग के लिए आभार प्रकट किया हैं।
इस अवसर पर मौलाना मोहम्मद अयूब कादिरी, तनवीर बाबा, मुशाहिद रजा, मास्टर अबूजर, प्रधानाचार्य मौलाना उम्मीद अली सिददीक के साथ वाल्टरगंज पुलिस मुश्तैद रहीं।