सदर विधायक पार्टी हित के लिए लड़ रहे लड़ाई:महमूद आलम चौधरी
संतकबीरनगर। जिला मुख्यालय के पीडब्ल्यू डाक बंगला में शनिवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए सेमरियावां के पूर्व ब्लाक प्रमुख महमूद आलम चौधरी ने कहा कि जिले का विकास खंड सेमरियावां हमेशा से शांति एवं सौहार्द के लिए जाना जाता है। यहां क्षेत्र की जनता आपसी भाईचारे की बात करती हैं। लेकिन कुछ लोग इस शांति एवं सौहार्द को खत्म करना चाहते हैं। गत दिवस सेमरियावां की बैठक में हंगामा हुआ और कोरम पूरा न होने पर बैठक स्थगित हो गई। इसमें सदर विधायक पर ब्लाक प्रमुख मजहरुन्निशां एवं प्रतिनिधि मुमताज अहमद द्वारा सदस्यों के अपहरण सहित तमाम आरोप लगा रहे हैं जो पूरी तरह से निराधार है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक पूर्व विधायक के सह पर प्रमुख प्रतिनिधि अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर स्तर पर उतर आया है। इसके लिए वह सदर विधायक पर तमाम गलत आरोप लगा रहा है। मेरा और सदर विधायक के परिवार से पुराना रिश्ता है। इसलिए इनके ऊपर कोई भी ऑच आई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ब्लाक प्रमुख चुनाव के समय सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने कहा कि नीरज त्रिपाठी को चुनाव लड़ने दिया जाय। आप मेरे बड़े भाई हैं। जिसके बाद मैने ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव नहीं लड़ा। लेकिन समाजवादी पार्टी में रहते हुए एक पूर्व विधायक के बल पर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी हासिल करने वाला और भाजपा को हराने वाला तथा हमेशा दल बदलने वाला पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं वर्तमान प्रमुख प्रतिनिधि आज भाजपा का सबसे बड़ा हितैषी बना हुआ है। आज कहीं न कहीं ऐसे व्यक्तित्व वाले जनप्रतिनिधि को कुर्सी मिल गई है जिससे सभी सदस्यों में आक्रोश रहता है। सदर विधायक आज भाजपां की लड़ाई लड़ रहे हैं तो इन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त प्रतिनिधि के द्वारा राम मंदिर को दिए गए दान को भी मीडिया के सामने उजागर किया है जो किसी भी धर्म के खिलाफ है। क्योंकि कहा जाता है कि गुप्तदान महादान है। इसलिए इसका नाम ही गुप्तदान है जिसके बारे में कोई जाने नहीं। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के द्वारा क्षेत्र में पांच विकास कार्य तक नहीं किए गए हैं यदि वह पांच विकास कार्य गिना दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। जबकि सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने क्षेत्र के विकास के लिए तमाम कार्य किए हैं। सड़क चौड़ीकरण से लेकर, नवीन सब्जी मंडी के अग्निकांड पीड़ित व्यापारियों को अपने पास से 50-50 हजार रूपये सहायता राशि दी।