गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ व्यक्तित्व का निर्माण परम उद्देश्य: जिला प्रचारक
विद्या मंदिर के दीक्षांत समारोह में दी ज्ञानार्जन व सेवार्थ कार्य की प्रेरणा
सुंदरकांड पाठ,हवन-पूजन, आरती करके हुई देवी मां सरस्वती की वंदना
कूड़ी लाल रुंगटा सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कॉलेज संत कबीर नगर-
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक अनुपम ने कहा कि विद्यालय वह कार्यशाला है जहां वस्तु नहीं बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का कार्य होता है। विद्या भारती द्वारा संचालित समस्त विद्यालयों में संस्कार पक्ष एवं नैतिक मूल्यों के प्रति विशेष प्रयास किया जा रहा है। संस्कारित व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। विद्यार्थी को समर्थ एवं सक्षम बनाते हुए समाज सेवा एवं राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करना ही हमारा प्रमुख उद्देश्य है।
जिला प्रचारक मंगलवार को कूड़ीलाल रूंगटा सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कालेज खलीलाबाद में दीक्षांत समारोह में संबोधित कर रहे थे। कक्षा द्वादश के विद्यार्थियों को शुभकामना देते हुए ज्ञानार्जन करके सेवार्थ कार्य के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्या भारती वर्ष 1952 से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रही है। शिशु का सर्वागींण विकास के साथ भारतीय मूल्यों एवं संस्कृति के अनुरूप शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा के साथ कर्तव्य पालन के प्रति मार्गदर्शन दिया। बतौर मुख्य अतिथि विद्यालय के पूर्व छात्र विशाल चौधरी ने कहा कि नौकरी पाना ही शिक्षा का उद्देश्य नहीं है अपितु चरित्र निर्माण , व्यक्तित्व निर्माण एवं मानवता का विकास ही शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है। प्रबंधक धर्मेंद्र ने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे बच्चे जनपद का मान बढ़ाएंगे। प्रधानाचार्य रमेश राय ने विद्यालय की उपलब्धियों को गिनाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुंदरकांड,हवन,आरती एवं मां सरस्वती जी की वंदना से हुआ। कक्षा 11 व कक्षा 12 के बच्चों ने प्रेरणा गीत के साथ अपने विचार रखा। अंत में शांतिपाठ व वंदे मातरम हुआ।
इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य अरूणेंद्र नाथ तिवारी,वरिष्ठ आचार्य करुणेश मिश्रा सहित विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद रहे।